Gai Gotha Yojana 2025 : दोस्तों, मानसून शुरू हो गया है और पशुओं के लिए आश्रय समय की ज़रूरत बन गया है। जैसे इंसानों को घर की ज़रूरत होती है, वैसे ही हमारे पालतू जानवरों को भी। खासकर गाय और भैंस जैसे जानवरों को अगर उचित आश्रय न मिले, तो बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, महाराष्ट्र सरकार ने गाय गोठा योजना 2025 शुरू की है।
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इस योजना के तहत किसानों को पक्की गौशाला के निर्माण के लिए 100 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। इससे गायों और भैंसों का उचित पालन-पोषण होता है और दूध उत्पादन भी बढ़ता है।
योजना का उद्देश्य क्या है?
यह योजना किसानों को होने वाले नुकसान को रोकने, डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने और पशुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए शुरू की गई है। यदि पशुओं को उचित आश्रय दिया जाए, तो उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है, बीमारियों से बचाव होता है और उत्पादकता बढ़ती है।
राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को पशुपालन के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करना और उनकी आय में वृद्धि करना है।
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इस योजना का लाभ कौन उठा सकता है?
इस योजना के लिए आवेदन करने वाला व्यक्ति महाराष्ट्र का निवासी होना चाहिए। उसके पास कम से कम दो गाय या भैंस होनी चाहिए। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, घुमंतू और वंचित जनजाति के किसान इस योजना के लिए पात्र हैं। Gay Gotha Anudan 3 Lakh
Gai Gotha Yojana 2025 गरीबी रेखा से नीचे के परिवार, महिला मुखिया वाले परिवार, दिव्यांग किसान, भूमि सुधार योजनाओं के लाभार्थी और वन अधिकार अधिनियम के तहत मान्यता प्राप्त किसान भी इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
किसान के पास न्यूनतम 2.5 एकड़ और अधिकतम 5 एकड़ ज़मीन होनी चाहिए। साथ ही, वह मनरेगा के तहत पंजीकृत होना चाहिए और कम से कम 100 दिन काम किया हो।
गौशाला निर्माण के लिए कितनी सब्सिडी मिलेगी?
सब्सिडी की राशि इस आधार पर तय होती है कि किसानों के पास कितनी गाय या भैंस हैं। न्यूनतम दो और अधिकतम छह पशु होने पर सत्तर हज़ार रुपये तक की सब्सिडी मिलती है। छह से अठारह पशुओं के लिए लगभग डेढ़ लाख और अठारह से ज़्यादा पशुओं के लिए दो लाख तीस हज़ार रुपये से ज़्यादा की राशि मिल सकती है।
यह सब्सिडी तीन चरणों में सीधे किसान के खाते में जमा की जाती है। पहला चरण गौशाला शुरू होने से पहले, दूसरा निर्माण के दौरान और तीसरा निर्माण पूरा होने के बाद दिया जाता है।
गौशाला कैसी होनी चाहिए?
Gai Gotha Yojana 2025 गौशाला का क्षेत्रफल पशुओं की संख्या के आधार पर निर्धारित किया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि दो से छह पशु हैं, तो गौशाला लगभग सत्ताईस वर्ग मीटर होनी चाहिए। डिज़ाइन में ये सभी चीज़ें शामिल होनी चाहिए: एक नांद, एक मूत्र संग्रहण टैंक और पशुओं के लिए पीने के पानी का टैंक।
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पानी के भंडारण के लिए कम से कम 200 लीटर और मूत्र के भंडारण के लिए 250 लीटर का टैंक होना चाहिए। गौशाला का निर्माण करते समय, अच्छे वायु-संचार, वर्षा से सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। Gay Gotha Anudan 3 Lakh
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
आवेदन करते समय, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), पशुपालन प्रमाण पत्र, पशु टैग प्रमाण पत्र, मनरेगा जॉब कार्ड, 7/12 और 8A का अर्क, बैंक पासबुक, ग्राम पंचायत का अनुशंसा पत्र और उस भूमि का नक्शा जहाँ गौशाला का निर्माण किया जाना है, आवश्यक है।
इसके अलावा, आवेदक का मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, पासपोर्ट फोटो और स्व-घोषणा पत्र भी आवश्यक है।
आवेदन प्रक्रिया क्या है?
गौशाला योजना के लिए आवेदन दो तरीकों से किया जा सकता है – ऑफलाइन
ऑफलाइन आवेदन के लिए, किसान अपने गाँव की ग्राम पंचायत में जाकर फॉर्म प्राप्त करें। इसे भरकर सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ ग्राम सेवक या सचिव के पास जमा करें।
गौ-गोठा अनुदान महाराष्ट्र फॉर्म
गौ-गोठा अनुदान योजना सरकारी निर्णय
गौठा निर्माण पूरा होने के बाद आगे की प्रक्रिया
गौठा निर्माण कार्य शुरू करने से पहले स्थल की एक तस्वीर खींचनी होगी। कार्य प्रगति पर होने के दौरान एक और तस्वीर आवश्यक है और गौठा निर्माण पूरा होने के बाद अधिकारियों के पास एक अंतिम तस्वीर आवश्यक है। ये तीनों तस्वीरें सात दिनों के भीतर जमा करना अनिवार्य है। चरणबद्ध तरीके से सब्सिडी प्राप्त करने के लिए ये तस्वीरें बहुत महत्वपूर्ण हैं। Gay Gotha Anudan 3 Lakh
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गौ-गोठा योजना 2025 केवल किसानों के लिए एक सब्सिडी योजना नहीं है, बल्कि उनके पशुपालन व्यवसाय को दिशा देने का एक सुनहरा अवसर है। एक उचित गौशाला होने से पशुओं का स्वास्थ्य अच्छा रहता है, दूध उत्पादन बढ़ता है और आय में वृद्धि होती है।
यदि आप पात्र हैं, तो बिना देर किए आज ही इस योजना के लिए आवेदन भरें और अपने कृषि एवं पशुपालन व्यवसाय को मज़बूत बनाएँ।