PM Kisan Namo Shetkari Yojana : महाराष्ट्र के लाखों किसान पिछले कुछ महीनों से दो महत्वपूर्ण योजनाओं की किस्तों का इंतज़ार कर रहे हैं। पिछले चार महीनों से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और नमो शेतकारी महासम्मान निधि योजना के तहत कोई किस्त वितरित नहीं की गई है। इससे किसानों में असमंजस और चिंता बढ़ती जा रही है। किसानों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये योजनाएँ जारी रहेंगी और अगली किस्तें मिलेंगी या नहीं।
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ये दोनों योजनाएँ किसानों की आर्थिक मदद के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। हालाँकि, इनमें हो रही देरी किसानों का आर्थिक गणित बिगाड़ रही है। खासकर उन लोगों के लिए जिनका पूरा जीवन कृषि पर निर्भर है, यह पैसा बेहद ज़रूरी है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का अवलोकन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2019 में शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना देश भर के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए लागू की गई थी। इस योजना के तहत, पात्र किसानों को हर साल ₹6,000 की सीधी वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि चार महीने के अंतराल पर तीन समान किस्तों (₹2,000 प्रत्येक) में सीधे उनके बैंक खाते में जमा की जाती है। PM Kisan Namo Shetkari Yojana
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किसानों के 2 लाख रुपए तक के ऋण किए गए माफ |
इस योजना का लाभ उठाने के लिए, किसानों को अपना आधार कार्ड, बैंक खाता और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ पंजीकृत कराने होंगे। अब तक इस योजना की कुल 19 किस्तें वितरित की जा चुकी हैं।
नमो शेतकरी महासम्मान निधि – राज्य सरकार की एक पूरक पहल
PM Kisan Namo Shetkari Yojana प्रधानमंत्री किसान योजना के क्रियान्वयन को सुदृढ़ करने के लिए, महाराष्ट्र सरकार ने 2023 से नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, पीएम किसान योजना के लाभार्थी किसानों को सालाना अतिरिक्त ₹6,000 दिए जाते हैं।
किसानों को इस योजना के लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। केवल वे किसान जो केंद्र सरकार की योजना का लाभ उठा रहे हैं, उन्हें ही राज्य सरकार की इस योजना का लाभ स्वतः मिलता है। इससे किसानों को कुल ₹12,000 की वार्षिक सहायता मिलने लगी है, जिसका उपयोग बीज, उर्वरक, पानी की आपूर्ति और खेती के दैनिक खर्चों के लिए किया जाता है।
वितरण संबंधी अड़चनें और वर्तमान स्थिति
दोनों योजनाओं का लाभ डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) प्रणाली के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा किया जाता है। इस पद्धति ने धन वितरण को और अधिक पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बना दिया है। किसानों को अपने मोबाइल फोन से ऑनलाइन स्थिति की जाँच करने और शिकायत दर्ज करने की सुविधा भी प्रदान की गई है।
फिर भी, पिछले चार महीनों से इन दोनों योजनाओं की किश्तें न मिलने के कारण कई किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ किसानों ने बीज खरीद लिए हैं, जबकि अन्य को बाजार पर निर्भर रहना पड़ा है।
अगली किश्तों की उम्मीदें और तैयारियाँ
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इन दोनों योजनाओं की किश्तें जुलाई के अंतिम सप्ताह में वितरित होने की संभावना है। हालाँकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन कहा जा रहा है कि सरकारी तंत्र आवश्यक तैयारियाँ कर रहा है। पहले उम्मीद थी कि जून में किश्तें वितरित की जाएँगी, लेकिन ऐसा न होने से किसानों की चिंताएँ बढ़ गई हैं।
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सरकार की ओर से ठोस कदम उठाने की आवश्यकता
- राशि वितरण के लिए एक निश्चित कार्यक्रम की घोषणा करें
- लाभार्थियों को समय-समय पर एसएमएस, पोर्टल या ऐप के माध्यम से जानकारी प्रदान करें
- समस्याओं के समाधान के लिए विशेष हेल्पलाइन या सेवा केंद्र स्थापित करें
इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करना है, इसलिए इनका समय पर क्रियान्वयन आवश्यक है। क्योंकि कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान हमारे अन्नदाता हैं। यह सुनिश्चित करना सरकार की ज़िम्मेदारी है कि उन्हें समय पर उनका उचित लाभ मिले। PM Kisan Namo Shetkari Yojana