PM Awas Yojana Gramin : भारत सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) देश के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले गरीब और बेघर लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य हर जरूरतमंद परिवार को “अपना पक्का घर” उपलब्ध कराना है। हाल ही में सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की नई लिस्ट 2025 जारी कर दी है। इस नई सूची में उन सभी लाभार्थियों के नाम शामिल हैं जिन्हें सरकार की ओर से ₹1.2 लाख तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि वे अपना घर बना सकें।
पहले इसे “इंदिरा आवास योजना” के नाम से जाना जाता था, लेकिन 2016 में इसका नाम बदलकर प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) कर दिया गया।
🔶 योजना का उद्देश्य PM Awas Yojana Gramin
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है:
- हर ग्रामीण परिवार को रहने के लिए पक्का घर देना।
- सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (SC, ST, OBC, अल्पसंख्यक, BPL परिवार) को लाभ देना।
- महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना — घर के स्वामित्व में महिला का नाम प्राथमिकता से जोड़ा जाता है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर जीवन स्तर और स्वच्छता को प्रोत्साहित करना।
🔶 योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत सरकार लाभार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है ताकि वे खुद का पक्का घर बना सकें।
विभिन्न इलाकों के हिसाब से सहायता राशि में थोड़ा फर्क हो सकता है:
| क्षेत्र | सहायता राशि |
|---|---|
| सामान्य क्षेत्र | ₹1.2 लाख |
| पहाड़ी / कठिन क्षेत्र | ₹1.3 लाख |
| अतिरिक्त सहायता (शौचालय निर्माण हेतु SBM से) | ₹12,000 |
| मनरेगा मजदूरी सहायता (काम के बदले भुगतान) | ₹90.95 प्रति दिन (लगभग 90 दिन तक) |
इस तरह एक लाभार्थी को कुल मिलाकर लगभग ₹1.5 से ₹1.7 लाख तक का लाभ मिल सकता है।
🔶 योजना का लाभ किसे मिलेगा?
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत केवल वही परिवार शामिल किए जाते हैं जो वास्तव में गरीब और बेघर हैं। पात्रता के कुछ मुख्य मानदंड निम्नलिखित हैं:
- आवेदक भारत का नागरिक हो।
- उसके पास पक्का घर न हो।
- परिवार आर्थिक रूप से कमजोर या BPL श्रेणी में आता हो।
- SECC 2011 (Socio-Economic Caste Census) की लिस्ट में नाम होना आवश्यक है।
- परिवार में 18 वर्ष से ऊपर का कोई पुरुष या महिला सदस्य हो।
- अगर आवेदक के पास पहले से सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं मिला है तो ही वह पात्र होगा।
🔶 नई लिस्ट में क्या खास है?
2025 के लिए जारी प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण नई लिस्ट में लाखों नए लाभार्थियों के नाम जोड़े गए हैं।
सरकार ने हाल ही में योजना के तहत 60 लाख से अधिक नए घरों के निर्माण की मंजूरी दी है।
नई लिस्ट में वे परिवार शामिल हैं:
- जिनके पास अभी तक पक्का घर नहीं है,
- जो पिछली सूची में छूट गए थे,
- और जिनका सत्यापन स्थानीय निकायों द्वारा कर दिया गया है।
🔶 नई लिस्ट कैसे देखें? (ऑनलाइन प्रक्रिया)
अगर आप यह जांचना चाहते हैं कि आपका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की नई लिस्ट में है या नहीं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स फॉलो करें:
🔶 आवेदन प्रक्रिया (अगर नाम लिस्ट में नहीं है)
यदि आपका नाम लिस्ट में नहीं है, तो आप आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- अपने ग्राम पंचायत या ब्लॉक कार्यालय जाएं।
- वहां से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
- फॉर्म में अपनी सभी जानकारी जैसे – नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार नंबर आदि भरें।
- आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- आवेदन जमा करने के बाद स्थानीय अधिकारी द्वारा आपका सर्वे किया जाएगा।
- पात्र पाए जाने पर आपका नाम अगली सूची में जोड़ा जाएगा।
🔶 आवश्यक दस्तावेज
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लिए आवेदन करते समय आपको कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं:
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- भूमि का दस्तावेज (यदि जमीन आपकी है)
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- ग्राम पंचायत से प्रमाण पत्र
🔶 प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की खास बातें
- पारदर्शिता और डिजिटल ट्रैकिंग:
इस योजना में प्रत्येक लाभार्थी की जानकारी डिजिटल रूप से दर्ज की जाती है और PMAY-G पोर्टल से ट्रैक की जा सकती है। - महिलाओं को प्राथमिकता:
घर के स्वामित्व में महिला सदस्य का नाम अनिवार्य रूप से जोड़ा जाता है। - पर्यावरण के अनुकूल घर:
योजना के तहत घरों का निर्माण स्थानीय सामग्री से और जलवायु के अनुरूप डिजाइन में किया जाता है। - किस्तों में भुगतान:
सहायता राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में 3-4 किस्तों में भेजी जाती है।
🔶 2025 में योजना से जुड़ी नई घोषणाएँ
सरकार ने 2025 में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत कुछ नई घोषणाएँ की हैं:
निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की निगरानी के लिए मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है।
सभी राज्यों में 60 लाख से अधिक नए घरों की स्वीकृति दी जाएगी।
महिलाओं, दिव्यांगजनों और अनुसूचित जाति वर्गों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।


